THOUGHT OF THE DAY

“हर्ष और आनंद से परिपूर्ण जीवन केवल ज्ञान और विज्ञान के आधार पर संभव है।- डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन”



Friday 31 July 2020

उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की 140 वीं जयंती

मुंशी प्रेमचंद की १४० वीं जयंती 

premchand jayanti poster in hindi Archives - Shayari Guru

 
अपनी लेखनी से समाज की असली तस्वीर दिखाने वाले उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की 140 वीं जयंती 31 जुलाई को मनाई जा रही है। हिंदी साहित्य को शीर्ष तक पहुंचाने में मुंशी प्रेमचंद्र का अहम योगदान है 
             

           इस  अवसर पर उनके जीवन परिचय एवं साहित्य को पढ़ने हेतू   क्लिक करें  

Tuesday 28 July 2020

विश्व बाघ दिवस-2020


विश्व बाघ दिवस


विश्व बाघ दिवसपूरे विश्व में प्रतिवर्ष २९ जुलाई  को मनाया जाता है,  बाघों के संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है।'वर्ल्‍ड वाइल्‍ड लाईफ फंड'(WWF)के अनुसार पूरे विश्‍व में 3900 बाघ  बचे हैंजिनमें सबसे ज्‍यादा ढाई हज़ार बाघ भारत में हैं। इनके अस्तित्व पर लगातार खतरा मंडरा रहा है और यह प्रजाति विलुप्त होने की स्थिति में है। 



International Tiger Day 2020 Theme History And Significance, World S 70  Percent Tiger In India - International Tiger Day 2020: दुनिया के 70 फीसदी  बाघ भारत में, जानें इस दिवस का इतिहास


शुरुआत-


वर्ष 2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में हुए बाघ सम्मेलन में २९ जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाने का निर्णय लिया। इस सम्मेलन में 13 देशों ने भाग लिया था और उन्होंने 2022 तक बाघों की संख्या में दोगुनी बढ़ोत्तरी का लक्ष्य रखा था। बाघ जंगल के स्वास्थ्य एवं शाकाहारी वन्य प्राणियों की उपलब्धता दर्शाते हैं। जहां जंगल अच्छा होगा, वहां बाघ होगा। भोजन शृंखला के व्यवहार पर बाघ और जंगल की स्थिति का पता चलता है। इनके संरक्षण के लिए कई देश मुहिम चला रहे हैं, लेकिन फिर भी पर्यावरणविदों का मानना है कि यदि इनकी संख्या घटने की रफ्तार ऐसी ही रही तो आने वाले एक-दो दशक में बाघ का नामो निशान इस धरती से मिट जाएगा। आप और हम, जिस बाघ को देखकर डर जाते हैं और उनकी गरज सुनकर अच्छे-अच्छे कांप जाते हैं, आज उनके खुद के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। 

Friday 24 July 2020

KARGIL VIJAY DIWAS - 2020



KARGIL VIJYA DIWAS, 2020

     

India will celebrate the 21st Kargil Vijay Diwas on July 26. People across the country, on that day, remember and pay homage to the soldiers who made the ultimate sacrifice fighting Pakistani enemies. The Kargil War was fought during May-July of 1999, in the Kargil sector of Jammu and Kashmir, along the Line of Control. A total of 527 Indian Soldiers lost their lives during the war.

 This year a National level Online Quiz has been organised by the Government , "to inculcate Patriotism among students".

"Saluting the indomitable spirit and valour of the heroes who sacrificed their lives while fighting the Kargil war. Take this informative quiz on #KargilVijayDiwas and remember the heroes of this Nation,"  



 ''Operation Vijay" was the name given to India's limited war against Pakistan after the neighbouring country captured high outposts in Jammu and Kashmir's Kargil in 1999. 

The Indian troops overcame insurmountable odds, hostile terrain, weather, and successfully recaptured several mountain tops overlooking the strategic Srinagar-Leh highway from Pakistani intruders.
'Operation Vijay' flushed out the Pakistani intruders from Kargil and since then, the day is celebrated as Kargil Vijay Diwas.


Thursday 16 July 2020

CLASS 10 CBSE RESULT

CLASS- X C.B.S.E RESULT 2020 

                      

K.V NO.1, HBK, DEHRADUN Announces Class X result.

  • Total pass percentage is 100%
  • Total 83 students appeared in examination.
  • All are passed.


Class X- 2020 Toppers


I) ADARSH NAYAN CHAUBAY -96%


II) ASHISH NEGI - 93.4%



III) ANJALI GUSAIN- 93.2%



IV) SANJANA SINGH - 92.6%


V) ANKITA NEGI - 91.6%



VI) ARSALAN MANSOORI - 89.8%

Tuesday 14 July 2020

वन महोत्सव


क्या है वन महोत्सव ?

पेड़ों की कटाई के कारण आपने देखा होगा कि तापमान घटता बढ़ता है, बाढ़, आंधी तूफान सूखा और भूमि क्षरण जैसी कई समस्याएं उत्पन्न हो चुकी है, अगर जल्द ही हम इस विषय पर कुछ नहीं करते हैं तो अपने ही हाथों अपने घर (पृथ्वी) को नष्ट कर देंगे | मानव विकास करने की राह में इतना लालची हो गया है कि उसको जीवन देने वाले वनों और पेड़ पौधों की वह अंधाधुंध कटाई करने में लगा हुआ है और अपना जीवन भोग-विलास में बिता रहा है | यह बहुत ही चिंता का विषय है कि कोई कैसे अपने जीवन देने वाले जीवनदाता को ही मार काट रहा है |  मानव प्रकृति की रक्षा नहीं कर रहा है इसलिए कभी-कभी प्रकृति भी अपना विकराल रूप दिखाती है और उसमें हजारों लोगों की मृत्यु हो जाती है.  यह प्रकृति का मानव को चेतावनी है कि अगर वह जल्द ही नहीं चेता तो पृथ्वी का नष्ट होना तय है | पर्यावरण के प्रति पुरातन काल में भी लोग बहुत सचेत थे जैसे कि गुप्तवंश, मौर्यवंश, मुगलवंश वनों को सुरक्षित रखने के लिए बहुत ही  सराहनीय प्रयास किए गए थे, लेकिन जैसे-जैसे हमारा देश तरक्की करता जा रहा है अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए वह निरंतर वनों की कटाई करता जा रहा है. इस बात को सन 1947 में ही भाप लिया गया था कि अगर वनों को नहीं बचाया गया तो मानव सभ्यता का जीवन संकट में पड़ सकता है | 



सन् 1947 में स्व. जवाहरलाल नेहरू, स्व. डॉ. राजेंद्र प्रसाद और मौलाना अब्दुल कलाम आजाद के के संयुक्त प्रयास से जुलाई के प्रथम सप्ताह में वन महोत्सव मनाया जाता है. यह वन महोत्सव इसलिए मनाया जाता है जिससे लोगों में पेड़ लगाने के प्रति चेतना उत्पन्न हो और अधिक से अधिक वे पेड़ लगाएं |

इस महोत्सव के दौरान सरकार द्वारा भी लाखों पेड़ लगाए जाते हैं और साथ ही कई ऐसी संस्थाएं भी होती हैं जो कि जगह जगह पर पौधारोपण करती है. वन महोत्सव का प्रमुख उद्देश्य यही है कि लोग पेड़ों का महत्व समय रहते ही समझ जाएं और अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण करें |

लेकिन 1947 में Van Mahotsav का आयोजन सिर्फ अनौपचारिक रूप से ही किया गया था जिसके कारण यह है बड़ा रूप नहीं ले पाया लेकिन सन 1950 में तत्कालीन कृषि मंत्री कन्हैया लाल माणिकलाल मुंशी ने इस महोत्सव को आधिकारिक रूप से लागू कर दिया |  यह निर्णय मील का पत्थर साबित हुआ क्योंकि अगर यह निर्णय नहीं लिया जाता तो शायद आज भारत में 20% की जगह 10% ही वन पाए जाते |

भारत में निरंतर वनों की अंधाधुंध कटाई के कारण हमारे पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था. और  जितने पेड़ों की कटाई की जा रही थी उसमें से आधे भी नहीं लगाई जा रहे थे. जिसके कारण वनों को बचाने के लिए सरकार द्वारा जुलाई माह में वन महोत्सव का आयोजन किया गया इसको Van Mahotsav नाम इसलिए दिया गया ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग पेड़ लगाएं और एक दूसरे को इस बारे में सचेत करें कि पेड़ लगाना हमारे जीवन के लिए कितना आवश्यक हैं| 



केंद्रीय विद्यालय, न० 1, एच.बी.के, देहरादून द्वारा आयोजित किया गया वन महोत्सव 













Saturday 11 July 2020

WORLD POPULATION DAY


        विश्व जनसंख्या  दिवस ११ जुलाई २०२० 


दुनिया भर में बढ़ती जनसंख्या के प्रति लोगों को जागररूक करने के लिए प्रत्येक वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य यह है कि विश्व के हर एक व्यक्ति बढ़ती जनसंख्या की ओर ध्यान दे और जनसंख्या को रोकने में अपनी भूमिका निभाए। बढ़ती जनसंख्या विश्व के कई देशों के सामने बड़ी समस्या का रूप ले चुकी है। खासकर विकासशील देशों में जनसंख्या विस्फोट एक गंभीर चिंता का विषय है। इस दिन लोगों को परिवार नियोजन, लैंगिक समानता, मानवाधिकार और मातृत्व स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी जाती है।


11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरुआत साल 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की संचालक परिषद द्वारा हुई थी। उस समय विश्व की जनसंख्या लगभग 500 करोड़ थी। तब से प्रत्येक वर्ष 11 जुलाई को यह दिवस मनाया जाता है। इस दिन बढ़ती जनसंख्या के दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला जाता है और साथ ही लोगों को जनसंख्या पर नियंत्रण रखने के लिए जागरूक किया जाता है।







इस दिवस को पहली बार 11 जुलाई 1990 को 90 से अधिक देशों में चिह्नित किया गया था। तब से कई देश के कार्यालयों, अन्य संगठनों और संस्थानों ने सरकारों और नागरिक समाज के साथ साझेदारी में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया। विश्व जनसंख्या दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिनमें जनसंख्या वृद्धि की वजह से होने वाले खतरों के प्रति लोगों को आगाह किया जाता है।
विश्व जनसंख्या दिवस पर जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न समाजिक कार्यक्रमों व सभाओं का संचालन, प्रतियोगिताओं का आयोजन, रोड शो, नुक्कड़ नाटक अन्य कई तरीके शामिल हैं। वर्तमान में चीन और भारत दुनिया के सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश हैं।  

इस बार का थीम                                                                                                                                           
इस वर्ष का विषय विशेष रूप से कोरोना महामारी के समय में दुनियाभर में महिलाओं और लड़कियों के स्वास्थ्य और अधिकारों की सुरक्षा पर आधारित है। काम पर जाने वाली महिलाएं अक्सर असुरक्षित माहौल में काम करती हैं। श्रम बाजार में भी प्राय: महिलाओं की सुरक्षा के उपायों को खास तवज्जो नहीं दी जाती। यहां तक कि कोरोना महामारी के दौरान भी महिलाएं इसके आर्थिक प्रभावों से बहुत प्रभावित हुई हैं। दुनियाभर में लगभग 60 प्रतिशत महिलाएं अपने श्रम के माध्यम से अनौपचारिक रूप से अर्थव्यवस्था में योगदान देती हैं, ऐसे में उन पर पड़े आर्थिक प्रभाव की वजह से गरीबी के और बढ़ने का अधिक खतरा है।

वर्तमान में सबसे तेज गति से जनसंख्या वृद्धि करने वाला देश नाइजीरिया है, जिसके वर्ष 2050 तक अमेरिका को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर पहुंचने की संभावना है। दुनियाभर में बुजुर्गों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। वर्ष 1950 में बुजुर्गों से कहीं ज्यादा संख्या में युवा थे।


Monday 6 July 2020

BENEFITS OF READING BOOK




Benefits 
of Reading 
Books 

Back in the days, there are lots of things that can make us intelligent even without the gadgets that we have today. One of these is the book, but beside that there are also different benefits that you can get just by reading. But what is a book? Basically this is a set of papers that contains a lot of printed work. Usually books are used for education and also for entertainment.


Here is the list of the benefits you can get from reading-

Reading Feeds the Mind

  

 Just like any parts of the human body, our brain needs some exercise and vitamins that we need. Have you ever experienced not eating within a day? Basically you will feel weak and inactive, that is because your body did not get the right nutrition it needs. Same with our brain, if you did not give it enough exercise you might regret it at the end. In this case you can read as an exercise for the brain. There are people who suffer from Alzheimer’s which makes you forget everything. Study shows that if you stay mentally stimulated it can slow or even prevent the process of Alzheimer’s. 



Improve Quality of Conversation 

Have you ever experienced having a conversation with a group? Well usually since you are in a group, the group tends to talk about different things and different topics. You can notice that there are some people who can’t cope up with the conversation because they lack knowledge about the topic. Sometimes they call them the “out-of- placed”, well basically because they don’t know what you are talking about. Reading can help you with this because reading can give you a lot of new knowledge which can widen your understanding about different things. 


Increase Vocabulary 

What is a vocabulary? Basically these are a set of words within a language that a person is familiar with. Usually this develops with age and even as you grow up your vocabulary is continuously growing too. But how can you improve your vocabulary? The best way is by reading books and other reading material. You can notice that when reading, you tend to come across some words that you are unfamiliar with. Usually most people are looking for the meaning of the word to understand the sentence, that way you are also improving your vocabulary. 


Stress Reduction 

Most people are experiencing high levels of stress because of different reasons. This can be because of the work, in school, family problems and many more. This is only normal, but most people are doing different things to enjoy and reduce their stress level. Reading books can be a good thing to do to reduce stress levels because most people find this a very interesting and fun way to do. 




There are so many amazing reading options available right here in this library blog. Go ahead and take benefit of all the E-BOOKS and other material.

Happy Reading!



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